Dixon Technologies ने दिए शानदार Q4 नतीजे, फिर भी गिर गया Dixon share price – आखिर क्यों?

अगर आप शेयर मार्केट में दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने आज ज़रूर एक हैरान कर देने वाली बात देखी होगी – Dixon Technologies ने आज यानी 21 मई 2025 को अपने चौथे क्वार्टर (Q4) के ज़बरदस्त नतीजे घोषित किए। मुनाफा भी बढ़ा, रेवेन्यू भी, और कंपनी की ग्रोथ भी शानदार रही।

लेकिन इसके बावजूद Dixon share price करीब 6% गिर गया।

अब सोचिए, इतना अच्छा प्रदर्शन और फिर भी शेयर गिर गया? थोड़ा अजीब लगता है, है ना? चलिए, हम आपको बिल्कुल आसान भाषा में समझाते हैं कि Dixon Technologies के साथ आज क्या हुआ, और निवेशकों को इससे क्या सीख लेनी चाहिए।

Dixon

सबसे पहले, Dixon Technologies क्या करती है?

Dixon Technologies एक नोएडा स्थित कंपनी है, जो भारत की सबसे बड़ी Electronics Manufacturing Services (EMS) कंपनियों में से एक है। यह LED TV, मोबाइल फोन, वॉशिंग मशीन, लाइटिंग प्रोडक्ट्स जैसी चीज़ें बनाती है—पर दूसरों के ब्रांड नाम से।

Samsung, Xiaomi, Philips जैसी बड़ी कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स बनवाने के लिए Dixon पर निर्भर करती हैं।

सरकार की “Make in India” और PLI (Production Linked Incentive) योजनाओं से Dixon को जबरदस्त बढ़ावा मिला है। इसी वजह से Dixon Technologies का शेयर निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय बन गया है।

Dixon results: तगड़े नतीजे लेकिन…

अब बात करते हैं Dixon के Q4FY25 यानी जनवरी से मार्च 2025 तक के तिमाही नतीजों की:

Revenue: ₹10,292.5 करोड़ (पिछले साल के मुकाबले 121% की बढ़त)

Net Profit: ₹401 करोड़ (322% का जबरदस्त उछाल)

Final Dividend: ₹8 प्रति शेयर

One-Time Gain: ₹250.4 करोड़ की एकमुश्त कमाई

इतने शानदार नतीजों के बावजूद Dixon share price में गिरावट देखने को मिली। ऐसा क्यों?

Dixon share price क्यों गिरा?

1. शेयर पहले ही बहुत महंगा हो चुका था

Dixon Technologies का शेयर पहले से ही बहुत ऊंचे valuation पर ट्रेड कर रहा था—लगभग 97x FY2026 earnings के मुकाबले। यानी निवेशकों ने पहले से बहुत ज्यादा उम्मीदें जोड़ रखी थीं।

ऐसे में जब नतीजे अच्छे तो आए, लेकिन उम्मीद से ज़्यादा नहीं, तो निवेशकों को ज़्यादा रोमांच नहीं हुआ।

2. PLI स्कीम खत्म होने की चिंता

Dixon को अब तक सरकार की PLI स्कीम का बड़ा फायदा मिला है। लेकिन अब कुछ इंसेंटिव्स खत्म हो सकते हैं, जिससे Dixon की ग्रोथ और मार्जिन पर असर पड़ सकता है।

निवेशकों को चिंता है—क्या Dixon उतनी ही तेजी से आगे बढ़ पाएगा जब सरकारी मदद कम हो जाएगी?

3. प्रॉफिट बुकिंग

Dixon का शेयर पिछले कुछ महीनों में काफी बढ़ चुका था। ऐसे में कई बड़े निवेशकों ने प्रॉफिट बुकिंग करना सही समझा। जब बड़ी मात्रा में बिकवाली होती है, तो शेयर की कीमत पर असर पड़ता ही है।

Dixon results पर क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?

JM Financial ने Dixon को ‘Buy’ से डाउनग्रेड कर ‘Hold’ की रेटिंग दी है।

बाकी ब्रोकरेज भी Dixon Technologies की ग्रोथ स्टोरी को तो मजबूत मानते हैं, लेकिन इतने ऊंचे valuation पर थोड़ा सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।

Dixon का अगला कदम क्या है?

बुरी खबर नहीं है। Dixon सिर्फ बैठा नहीं है, बल्कि आगे की योजना पर तेजी से काम कर रहा है:

Dixon ने Inventec (Taiwan) के साथ एक नया जॉइंट वेंचर शुरू किया है, जिससे आने वाले दो सालों में ₹2,000 करोड़ का रेवेन्यू मिलने की उम्मीद है।

Dixon अब component manufacturing पर भी ध्यान दे रहा है, जिससे भविष्य में कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी और बढ़ सकती है।

Dixon share में निवेश करें या नहीं?

अगर आप पहले से Dixon के शेयर होल्ड कर रहे हैं, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। यह गिरावट short-term correction हो सकती है।

अगर आप लॉन्ग टर्म सोचते हैं और भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में विश्वास रखते हैं, तो Dixon Technologies अब भी एक मजबूत कंपनी है।

अगर आप अभी Dixon शेयर खरीदने का सोच रहे हैं, तो थोड़ा इंतज़ार कर लेना समझदारी हो सकती है। शायद आने वाले हफ्तों में एंट्री के लिए बेहतर मौका मिले।

निष्कर्ष: बाज़ार का मिजाज हर बार समझ नहीं आता

Stock market कई बार लॉजिक से नहीं चलता। कई बार सबसे अच्छे नतीजों के बावजूद शेयर गिर जाते हैं—जैसा आज Dixon Technologies के साथ हुआ।

लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म सोचें, तो Dixon का फंडामेंटल स्ट्रॉन्ग है। कंपनी भारत की मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ में बड़ी भूमिका निभा रही है।

तो घबराइए मत—समझदारी से निवेश करें, शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज करें, और बड़ी तस्वीर को देखें।

Leave a Comment