Shocking IndusInd bank Revelation: ₹674 Cr Error Exposed | अब बैंकिंग सिस्टम सीखेगा सबक?

भारत के बैंकिंग सेक्टर में एक बड़ी हलचल हुई है। IndusInd Bank ने खुद स्वीकार किया है कि उसकी microfinance division में ₹674 करोड़ की accounting irregularities सामने आई हैं। यह खबर आते ही शेयर बाजार और निवेशकों के बीच चिंता की लहर दौड़ गई है।

आइए जानते हैं कि आखिर हुआ क्या है, और इस घटनाक्रम का असर किन लोगों पर पड़ेगा।

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₹674 करोड़ की गलती – कैसे हुई?

एक whistleblower complaint के बाद जब बैंक का आंतरिक ऑडिट हुआ, तो पता चला कि ₹674 करोड़ को गलत तरीके से interest income के रूप में दिखाया गया था। यह गलती FY2025 के तीन क्वार्टर्स में हुई और इससे बैंक के मुनाफे की तस्वीर गलत बनी।

हालांकि, जनवरी 2025 में इस राशि को reverse कर दिया गया, लेकिन तब तक बैंक की छवि को भारी नुकसान हो चुका था।

एक और गड़बड़ी: ₹595 करोड़ बिना आधार के Other Assets में

इसी जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ—बैंक की “other assets” कैटेगरी में ₹595 करोड़ की unsubstantiated balances मिलीं, जिनका कोई ठोस आधार नहीं था। इस राशि को जनवरी में बैंक ने “other liabilities” से समायोजित कर लिया।

बैंक ने इस पूरी प्रक्रिया की निष्पक्ष समीक्षा के लिए Ernst & Young (EY) को शामिल किया है।

नेतृत्व संकट: CEO और Deputy CEO ने दिया इस्तीफा

इस विवाद के बीच बैंक के उच्च नेतृत्व में भी उथल-पुथल मच गई है। CEO Sumant Kathpalia ने 29 अप्रैल 2025 को मोरल रिस्पॉन्सिबिलिटी लेते हुए इस्तीफा दे दिया। इससे पहले Deputy CEO Arun Khurana भी पद से हट चुके थे।

अब निवेशकों के मन में सवाल है: IndusInd Bank की कमान अब किसके हाथ में है?

SEBI का बड़ा एक्शन: Insider Trading की जांच शुरू

इस संकट के बीच एक और गंभीर आरोप सामने आया है। SEBI अब IndusInd Bank के कुछ अधिकारियों के खिलाफ insider trading की जांच कर रहा है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने कंपनियों के mergers, acquisitions और credit deals जैसी non-public information का दुरुपयोग करते हुए शेयरों में ट्रेडिंग की।

अगर यह आरोप साबित हो जाते हैं, तो यह देश के बैंकिंग इतिहास के बड़े घोटालों में शामिल हो सकता है।

शेयर बाजार में हलचल: IndusInd Bank Share Price में गिरावट

इस खबर के बाद IndusInd Bank के शेयरों में करीब 3% की गिरावट देखी गई। एनालिस्ट्स का मानना है कि इस accounting error का असर बैंक के FY2025 के earnings पर ₹900 करोड़ तक पड़ सकता है।

कई ब्रोकरेज हाउस ने बैंक की earnings forecast भी नीचे कर दी है।

आगे क्या कदम उठा रहा है बैंक?

अब बैंक की बोर्ड ने डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है। Internal controls की समीक्षा हो रही है, ज़िम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और EY जैसी अंतरराष्ट्रीय ऑडिट फर्म को प्रक्रिया में शामिल किया गया है।

लेकिन इन सबके बावजूद, निवेशकों और ग्राहकों का भरोसा वापस जीतना आसान नहीं होगा।

निष्कर्ष: बैंकिंग सेक्टर के लिए बड़ा सबक

IndusInd Bank की ये घटना भारतीय बैंकिंग सेक्टर के लिए एक बड़ा अलार्म है। इससे ये साबित होता है कि पारदर्शिता (transparency), नैतिक नेतृत्व और कड़े ऑडिट सिस्टम कितने जरूरी हैं।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बैंक इस संकट से कैसे उबरता है और अपने ग्राहकों और निवेशकों का भरोसा दोबारा कैसे जीतता है।

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