“Mock Drill क्या है और इसे गंभीरता से क्यों लेना चाहिए?”

“बस एक drill है…” या कुछ और?

ईमानदारी से बताइए—जब कोई कहता है, “आज mock drill है,” तो आपका पहला रिएक्शन क्या होता है?
शायद आप सोचते हैं, “चलो थोड़ी देर का ब्रेक मिल जाएगा।” फोन उठा लेते हैं या दोस्तों से मज़ाक करने लगते हैं।

पर ज़रा रुकिए।

सोचिए आप ऑफिस में काम कर रहे हैं और अचानक fire alarm बज जाता है। अफरा-तफरी मच जाती है। लोग इधर-उधर दौड़ने लगते हैं। आपको समझ नहीं आता कि करना क्या है।

अब सोचिए—ऐसे वक्त में आप क्या करेंगे?

वो mock drill, जो आपने पिछले हफ्ते हल्के में ली थी—वो आपको इस हालात से निपटना सिखा सकती थी।

Mock drill

Mock Drill आखिर होती क्या है?

Mock drill एक तरह की सेफ्टी प्रैक्टिस होती है। जैसे थिएटर में नाटक से पहले रिहर्सल होती है या क्रिकेट मैच से पहले नेट प्रैक्टिस—वैसे ही हम emergencies के लिए practice करते हैं।

Fire, earthquake, medical emergency या कोई security threat—mock drills हमें सिखाती हैं कि इन हालात में कैसे शांत रहें और क्या करें।

पर क्या वाकई ज़रूरत है?

सीधा जवाब—हां। और इसके पीछे पक्की वजह है।

हम सब सोचते हैं कि हम crisis में cool रहेंगे। लेकिन सच्चाई ये है कि ज़्यादातर लोग freeze कर जाते हैं। घबरा जाते हैं। गलत फैसले लेते हैं। और यही इंसानी फितरत है।

Mock drills दिमाग और शरीर को ऐसी सिचुएशन के लिए तैयार करती हैं। ताकि उस वक्त हम react करें—panic नहीं।

Mock drill से हमें ये सब सीखने को मिलता है:

Calm कैसे रहना है

Safe exits कहां हैं

Help कैसे मांगनी है

दूसरों की मदद कैसे करनी है

कौन-कौन सी Mock Drills होती हैं?

आप जहां भी हों—स्कूल, ऑफिस, हॉस्पिटल या मॉल—अलग-अलग तरह की drills होती हैं:

Fire Drill – आग लगने पर कैसे तुरंत बिल्डिंग से बाहर निकलना है।

Earthquake Drill – “Drop, Cover, and Hold On” की प्रैक्टिस और फिर evacuation।

Evacuation Drill – भीड़ में सुरक्षित और तेज़ी से बाहर निकलने की ट्रेंनिंग।

Medical Emergency Drill – किसी को अचानक कुछ हो जाए तो तुरंत क्या करना है।

Security या Bomb Threat Drill – शांत रहकर खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखना।

एक drill में होता क्या है?

1. प्लानिंग होती है – सिचुएशन तय की जाती है (जैसे “2nd floor पर आग”)।

2. अलार्म बजता है – तेज़ आवाज़ में siren बजता है, attention मिलता है।

3. लोग evacuate करते हैं – सभी लोग सुरक्षा गाइडलाइंस फॉलो करते हैं।

4. निगरानी होती है – कौन क्या कर रहा है, कहां गलती हो रही है, ये देखा जाता है।

5. फीडबैक मिलता है – drill के बाद चर्चा होती है कि क्या सही हुआ, क्या सुधारना है।

लोग अक्सर इसे सीरियस क्यों नहीं लेते?

कई बार लोग इसे formalities समझते हैं।
कहते हैं, “अरे कुछ नहीं होगा, ये तो हर महीने होती है।”
पर emergencies समय नहीं देखकर आतीं। और जब आती हैं, तो आपके पास सोचने का वक्त नहीं होता।

इसलिए अगली बार drill हो, तो:

ध्यान दें

गाइडलाइंस को फॉलो करें

रास्ते याद करें

ऐसा सोचें जैसे ये रियल है

कौन कराता है Mock Drill?

भारत में कई संस्थाएं mock drills को सीरियसली लेती हैं, जैसे:

NDRF (National Disaster Response Force)

SDRF (State level teams)

फायर ब्रिगेड और पुलिस डिपार्टमेंट

स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और कंपनियां भी अपनी सेफ्टी टीम के ज़रिए ये drills कराते हैं।

Common Mistakes जो हमें नहीं करनी चाहिए

Alarm को ignore करना

Emergency exits न जानना

सीढ़ियों को ब्लॉक करना

Lift का इस्तेमाल करना

Drill को मज़ाक में लेना

ये छोटी-छोटी गलतियां बड़ी परेशानी में बदल सकती हैं।

आख़िरी बात: Drill बेकार नहीं, ज़रूरी है

Mock drill भले ही कुछ मिनटों की हो, लेकिन वो आपको ऐसी skills सिखा देती है जो ज़िंदगीभर काम आएंगी।
आपको शायद कभी इन skills की ज़रूरत न पड़े।
पर अगर एक दिन ज़रूरत पड़ ही गई—तो आप thankful होंगे कि आपने सीरियसली ली थी।

इसलिए जब अगली बार कोई कहे, “It’s just a drill…”

तो आप कहिए—”और मैं इसके लिए ready हूं।”mock drill

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