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Gujarat में बड़ा Cybercrime खुलासा: Bank Manager समेत 20 लोग ₹4.3 करोड़ की धोखाधड़ी में गिरफ्तार

“यह मेरे साथ भी हो सकता था…”

अगर आपको कभी कोई कॉल आया हो जिसमें आपसे OTP माँगा गया हो, या कोई मैसेज जिसमें लिखा हो कि आपने इनाम जीता है—तो आप अकेले नहीं हैं। पर क्या आपको पता है कि ऐसे छोटे-छोटे मैसेज भी एक बड़ी साइबर क्राइम की साजिश का हिस्सा हो सकते हैं?

हाल ही में Telangana Cyber Security Bureau (TGCSB) ने गुजरात में चल रहे एक बड़े cyber fraud नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने ₹4.3 करोड़ की ठगी की और इसके शिकार बने सैकड़ों लोग। हैरानी की बात यह है कि इस पूरे मामले में एक बैंक मैनेजर भी शामिल था।

ये सिर्फ एक न्यूज़ स्टोरी नहीं है—ये हम सबके लिए एक चेतावनी है कि अब डिजिटल धोखाधड़ी हमारे बेहद करीब आ चुकी है।

पूरा मामला क्या था?

शुरुआत हुई जब हैदराबाद, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में लोग शिकायत करने लगे कि उनके खातों से बिना जानकारी के पैसे कट रहे हैं। पहले ये अलग-अलग मामले लगे, लेकिन TGCSB ने जब जांच शुरू की, तो सभी सुराग गुजरात की ओर इशारा करने लगे।

यहाँ, Bhavnagar, Rajkot और Botad जैसे शहरों में, आम से दिखने वाले लोग सैकड़ों लोगों को ठगने का नेटवर्क चला रहे थे।

जांच के बाद 20 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिसमें एक बैंक अधिकारी भी शामिल था। इनके पास से सैकड़ों fake bank accounts, forged ID proofs और लाखों रुपये की ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली।

कैसे करते थे ये धोखाधड़ी?

इनका तरीका बहुत साधारण लेकिन बहुत खतरनाक था:

1. फर्जी कॉल्स और SMS

कॉल पर बोलते थे—”आपका बैंक KYC एक्सपायर हो गया है”, या “आपका खाता बंद हो जाएगा”, और फिर OTP मांगते थे।

2. Remote Access Apps

कभी-कभी लोगों को AnyDesk जैसे apps इंस्टॉल करवाकर उनके फोन का एक्सेस ले लेते थे, और बैंकिंग ऐप्स से पैसे उड़ा लेते थे।

3. Fake Bank Accounts

फर्जी आधार और पैन कार्ड की मदद से इन्होंने सैकड़ों खाते खोले। बैंक मैनेजर ने जानबूझकर इन पर KYC नियमों को नजरअंदाज किया।

4. Money Mules

पैसे कई खातों में तोड़े गए और दूसरों के खातों में भेजे गए, जिन्हें एक कमीशन के बदले ये ट्रांजैक्शन करने को कहा जाता था।

सच्चे लोग, सच्चा नुकसान

ठगे गए लोग कोई अनपढ़ नहीं थे। इनमें रिटायर्ड टीचर, कॉलेज स्टूडेंट, नौकरीपेशा लोग, सभी शामिल थे।

हैदराबाद के एक व्यक्ति ने ₹12 लाख खो दिए सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने एक fake income tax link पर क्लिक कर दिया। एक छात्रा ने बहन की शादी के लिए जोड़े पैसे एक fake job link पर क्लिक कर गंवा दिए।

इनकी गलती बस इतनी थी कि उन्होंने भरोसा कर लिया।

Bank Manager की सबसे बड़ी ग़लती

हम बैंक में पैसा रखते हैं क्योंकि हमें लगता है, “यहाँ तो सुरक्षित है।” लेकिन इस केस में जिस इंसान को सुरक्षा देनी थी, उसी ने धोखा दिया।

उसने फर्जी खाते खुलवाए

बड़ी ट्रांजैक्शनों पर आँखें मूंद लीं

सिस्टम का दुरुपयोग कर के पैसे इधर-उधर करवाए

ये सिर्फ नियमों का उल्लंघन नहीं था—ये विश्वास की हत्या थी।

इस मामले से हमें क्या सीखने को मिला?

आज के दौर में Cybercrime in India इतनी तेज़ी से बढ़ रहा है कि अगर हम सावधान नहीं हुए, तो अगला शिकार हम खुद हो सकते हैं।

₹4.3 करोड़ की धोखाधड़ी, 515 से अधिक शिकायतें, और सिर्फ एक ही राज्य से इतना बड़ा नेटवर्क—सोचिए, और कितने राज्य में ऐसे गुट काम कर रहे होंगे?

कैसे बचें ऐसे Online Scam से?

यहाँ कुछ आसान लेकिन ज़रूरी टिप्स हैं जो आपकी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकते हैं:

कभी भी OTP किसी को शेयर न करें—चाहे सामने वाला कितना भी “official” क्यों न लगे।

अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।

Banking या UPI apps पर स्क्रीन लॉक लगाएं।

Remote access apps सिर्फ भरोसेमंद टेक्निकल हेल्प से ही इंस्टॉल करें।

परिवार और दोस्तों को भी जागरूक करें, खासकर बुजुर्गों को।

धोखेबाज हमेशा जल्दी में काम करवाना चाहते हैं। थोड़ा रुकना ही आपकी सुरक्षा बन सकता है।

अब क्या हो रहा है?

TGCSB अब भी जांच कर रहा है। साइबर एक्सपर्ट्स अब इस नेटवर्क के पीछे और भी लोगों को ढूंढ रहे हैं, और कुछ पैसे रिकवर भी किए गए हैं।

जल्द ही central cybercrime agencies भी इसमें शामिल हो सकती हैं।

अंत में – चलिए सतर्क बनें, सुरक्षित बनें

Digital India हमें बहुत सारी सुविधाएं देता है—लेकिन उस दुनिया में धोखाधड़ी भी तेज़ी से बढ़ रही है।

हमें न डरना है, न ही बेपरवाह रहना है। हमें स्मार्ट यूज़र बनना है। अपने और अपनों के डिजिटल जीवन को सुरक्षित रखना अब हमारी ज़िम्मेदारी है।

याद रखें: Cyber criminals चालाक हैं—हमें उनसे ज़्यादा समझदार बनना होगा।

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