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Banu Mushtaq ने रच दिया इतिहास: ‘Heart Lamp’ के लिए International Booker Prize 2025 जीता

कभी-कभी कुछ खबरें दिल को बेहद छू जाती हैं। वो केवल एक पुरस्कार नहीं होतीं, बल्कि उम्मीद, आत्मसम्मान और सांस्कृतिक पहचान का उत्सव होती हैं। ऐसी ही एक खबर आई है—जब भारतीय लेखिका Banu Mushtaq ने अपने Kannada कहानी संग्रह Heart Lamp के लिए International Booker Prize 2025 जीतकर इतिहास रच दिया।

यह केवल Banu Mushtaq की जीत नहीं है। यह कन्नड़ साहित्य, भारत की क्षेत्रीय भाषाओं, और उन महिला लेखकों की जीत है जो दशकों से अपनी आवाज़ों को सहेजती रही हैं—भले ही दुनिया ने उन्हें कभी ध्यान से नहीं सुना।

क्यों है यह जीत ऐतिहासिक?

इस पुरस्कार ने कई इतिहास रच दिए:
पहली बार किसी Kannada भाषा की पुस्तक ने International Booker Prize जीता है।
और यह भी पहली बार है जब किसी short story collection को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
यह केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि उन अनकहे अनुभवों और कहानियों की मान्यता है जो हाशिये पर रहती हैं—और अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमक रही हैं।

कौन हैं Banu Mushtaq?

Banu Mushtaq एक लेखिका, वकील, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कभी प्रसिद्धि की तलाश नहीं की। उनके शब्दों में एक सच्चाई है जो किताबों से बाहर निकलकर दिलों में उतरती है।
उनकी लेखनी का फोकस है—दलित और मुस्लिम महिलाओं का जीवन, जो पितृसत्ता, जातिगत भेदभाव और सामाजिक दबावों से घिरी होती हैं, फिर भी जीवटता के साथ आगे बढ़ती हैं। Heart Lamp में ऐसे ही 12 पात्रों की झलक मिलती है—जो टूटती नहीं, बल्कि अपनी आवाज़ से दुनिया को झकझोरती हैं।

Heart Lamp की खासियत क्या है?

इस संग्रह में 12 कहानियां हैं, जिन्हें Banu Mushtaq ने 1990 से 2023 के बीच लिखा। ये कहानियाँ ऐसी महिलाओं की हैं जो समाज की सीमाओं के भीतर, अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ती हैं।
उनकी कहानियों में न कोई नाटकीयता है, न बनावटी संवाद। बल्कि वो सच्ची, अनछुई, और गहराई से भरी हुई कहानियाँ हैं—जो आपको सोचने पर मजबूर कर देती हैं। इनमें धार्मिक पहचान, सामाजिक भेदभाव, आंतरिक संघर्ष, और कभी-कभी हल्की सी हँसी भी छिपी है।

Deepa Bhasthi का अनुवाद: आत्मा से किया गया कार्य

Heart Lamp का अनुवाद Deepa Bhasthi ने किया है, और उन्होंने इसे “translating with an accent” कहा है। इसका अर्थ यह है कि उन्होंने मूल कन्नड़ की आत्मा को नष्ट नहीं किया। उन्होंने अंग्रेज़ी में वह सारी संवेदनाएँ, भावनाएँ और सामाजिक गूंज बनाए रखीं जो मूल भाषा में थीं।
यह अनुवाद कोई साधारण काम नहीं था—यह एक संस्कृति का पुल था, जिसे Deepa ने बेहद सम्मान और संवेदनशीलता से तैयार किया।

पुरस्कार की रात: Tate Modern, लंदन में गौरव का क्षण

London के प्रतिष्ठित Tate Modern म्यूज़ियम में यह पुरस्कार समारोह हुआ। जैसे ही Heart Lamp के विजेता के रूप में नाम लिया गया, पूरा साहित्यिक जगत भावविभोर हो गया।
जज पैनल, जिसकी अगुवाई प्रसिद्ध लेखक Max Porter ने की, ने कहा:
“Heart Lamp एक साहसी, संवेदनशील और परिवर्तनकारी कृति है। यह उन आवाज़ों को सामने लाती है जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।”

क्षेत्रीय साहित्य के लिए उम्मीद की किरण

इस जीत ने यह साबित कर दिया कि अंग्रेज़ी ही केवल वैश्विक साहित्य की भाषा नहीं है। कन्नड़, तमिल, मलयालम, मराठी—हर क्षेत्रीय भाषा में ऐसी कहानियाँ छिपी हैं जो दुनिया को बदल सकती हैं।
यह पुरस्कार उन युवा लेखकों के लिए आशा का संदेश है जो अपनी मातृभाषा में लिखना चाहते हैं। यह उन अनुवादकों की मेहनत का सम्मान है जो एक भाषा की संवेदनाओं को दूसरी भाषा में जीवंत रखते हैं।

अंत में…
Banu Mushtaq की Heart Lamp कोई साधारण किताब नहीं है। यह एक दीपक है—जो उन अंधेरों में रौशनी करता है, जिन्हें हमने अक्सर नजरअंदाज किया।
International Booker Prize 2025 सिर्फ एक पुरस्कार नहीं, बल्कि एक साहित्यिक आंदोलन की शुरुआत है। यह एक निमंत्रण है—उन कहानियों को पढ़ने और समझने का जो हमें अपने समाज, अपने इतिहास और खुद से जोड़ती हैं।
अगर आपने Heart Lamp अब तक नहीं पढ़ी है, तो यही समय है। इसे केवल पढ़िए नहीं—महसूस कीजिए।

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